Tribal Leadership Development Program – 2024
जोहार !
मुझे यह सूचित करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि "आदिवासी नेतृत्व विकास कार्यक्रम
(Tribal Leadership Development Program)" 2024
के लिए पंजीकरण अब खुला गया है।
यह कार्यक्रम उन युवाओं के लिए एक अद्भुत अवसर है, जो अपने नेतृत्व कौशल को निखारकर अपने समाज और समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।
📑कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
🔹 नेतृत्व कौशल प्रशिक्षण:
प्रभावी नेतृत्व कौशल सिखाना।
बेहतर संचार और निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना।
🔹 व्यावहारिक अनुभव:
परियोजनाओं और कार्यशालाओं के माध्यम से वास्तविक अनुभव।
नेतृत्व को सही दिशा देने के लिए गतिविधियों में भाग लें।
🔹 समुदाय के विकास में योगदान:
अपने समाज और समुदाय के लिए विकास परियोजनाओं का क्रियान्वयन।
समाजिक और सांस्कृतिक संरचनाओं को सशक्त बनाएं।
🔹 नेतृत्व के सिद्धांत:
नेतृत्व के सिद्धांतों और मॉडलों का गहराई से अध्ययन।
आदिवासी समुदाय की विशिष्टता को ध्यान में रखते हुए नेतृत्व की चर्चा।
🔹 सामाजिक और संवैधानिक विषय:
परंपरिक स्वशासव्यवस्था,
ग्राम सभा की शक्ति और अन्य अधिकारों की जानकारी।
सूचना का अधिकार (RTI Act) का उपयोग।
🔹 सर्टिफिकेशन:
कार्यक्रम के सफल समापन पर प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम की समय-सारणी:
📅 25 दिसंबर, 2024 (पहला दिन):
TCC (Tribal Culture Centre) में सभी प्रतिभागियों का आगमन और पंजीकरण।
📅 26, 27 और 28 दिसंबर, 2024 (तीन दिवसीय मुख्य कार्यक्रम):
परिचय और स्वागत सत्र।
सामाजिक और संवैधानिक विषयों पर विस्तृत सत्र।
नेतृत्व कौशल विकास पर कार्यशालाएं।
व्यावहारिक प्रशिक्षण और समूह चर्चाएं।
📅 29 दिसंबर, 2024 (पांचवा दिन):
कार्यक्रम का समापन और प्रमाण पत्र वितरण।
प्रतिभागियों की विदाई।
पात्रता:
✅ आयु सीमा: 18 से 40 वर्ष।
✅ महिला और पुरुष दोनों।
✅ ऐसा कोई भी व्यक्ति जो अपने समुदाय के विकास, संरक्षण और उन्नति के लिए कार्यरत है या रुचि रखता है।
भाग लेने वाले राज्यों के समन्वयक:
1️⃣ झारखंड: सुकुमार सोरेन।
2️⃣ बिहार: बिनोद मरांडी।
3️⃣ पश्चिम बंगाल: मार्शल हांसदा।
4️⃣ ओडिशा: सुनील सोरेन।
5️⃣ असम: दुर्गा सोरेन।
6️⃣ त्रिपुरा: श्यामल मुर्मू।
पंजीकरण प्रक्रिया:
📍 ऑनलाइन पंजीकरण:
पंजीकरण की अंतिम तिथि: 22 दिसंबर 2024,
कृपया समय पर पंजीकरण सुनिश्चित करें।
कार्यक्रम का उद्देश्य है:
आदिवासी युवाओं को नेतृत्व के क्षेत्र में सशक्त बनाना।
आदिवासीयों की सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करते हुए उन्हें समाजिक बदलाव का वाहक बनाना।
ग्राम सभा, पेसा अधिनियम और आरटीआई एवं अन्य संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना।
नोट: कार्यक्रम पूरी तरह से निःशुल्क है, साथ ही रहने और खाने का उत्तम प्रबंध हैं।
आप सभी से निवेदन है, कि इस कार्यक्रम में शामिल हों और अपने नेतृत्व कौशल को निखारने का उचित मंच हैं। यह आपका और आपके समाज का भविष्य बदलने का एक उत्तम अवसर है।
📍 संपर्क करें:
किसी भी जानकारी के लिए हमसे संपर्क करें।
सुकुमार सोरेन - +917909089970
S S Mahali - +919097111671
आयोजक:
टीम, तिलका हुल लीडर्स
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