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आदिवासी उद्यमिता विकास कार्यक्रम

लेखक की तस्वीर: S S MahaliS S Mahali

अपडेट करने की तारीख: 24 दिस॰ 2024

आदिवासी उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम


आज हम यहां 'Vendor Development Program' के माध्यम से एक नए अवसर की शुरुआत का गवाह बनने के लिए इकट्ठा हुए है। यह कार्यक्रम केवल एक बैठक नहीं है, बल्कि यह आदिवासी समुदाय के लिए आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण की ओर बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कदम है।


TICCI के द्वारा संचालित

Tribal Enterpenuor Program 2.0 के इस कार्यक्रम को चलिए देखते हैं एक नज़र में


1. उद्देश्य और महत्व 🚀

यह कार्यक्रम हमें व्यवसायिक अवसरों की जानकारी देकर हमारे युवाओं को उद्यमिता के मार्ग पर प्रेरित करता है। UCIL (Uranium Corporation of India Limited) जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के साथ जुड़कर हम अपनी योग्यता और संसाधनों का उपयोग करके न केवल स्वयं को बल्कि पूरे समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकते हैं।


2. अवसर और संभावनाएं 🌱

UCIL के वर्क कॉन्ट्रैक्ट डिपार्टमेंट के अधिकारी यहां उपस्थित हैं, जो हमें टेंडर प्रक्रिया और वेंडर रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी दिए। इस कार्यक्रम से हमने सिखा कि काम के अवसरों को कैसे पहचाना जाए और उन्हें व्यवहारिक रूप में कैसे बदला जाए।


3. आदिवासी युवाओं के लिए नया मार्ग 🛤️

हमारे आदिवासी युवाओं में प्रतिभा और मेहनत की कोई कमी नहीं है। अब समय आ गया है कि हम नौकरी के अलावा व्यवसाय के क्षेत्र में भी कदम बढ़ाएं और स्थानीय संसाधनों का लाभ उठाएं।


4. आत्मनिर्भर भारत और आदिवासी योगदान 🇮🇳

भारत के आत्मनिर्भरता अभियान में आदिवासी समाज की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। यह कार्यक्रम हमें स्थानीय से वैश्विक बाजार तक पहुंचने की दिशा में तैयार करेगा। हमें इस मंच का उपयोग कर अपने सपनों को साकार करने का अवसर लेना चाहिए।


5. आभार और प्रतिबद्धता 🤝

यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (UCIL) में MSME नीति के तहत क्रय लक्ष्य और उपलब्धियां

यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (UCIL) ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) से खरीद को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। MSME नीति के अनुसार, सभी केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) को अपनी वार्षिक खरीद का कम से कम 25% MSMEs से करना अनिवार्य है। इसमें से 4% अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (SC/ST) के स्वामित्व वाले उद्यमों और 3% महिला उद्यमियों के लिए आरक्षित है।


2022-23 की उपलब्धियां:

कुल क्रय: ₹406 करोड़, जिसमें से 45% MSMEs से क्रय किया गया। लक्ष्य: 20% निर्धारित था, जिसे UCIL ने सफलतापूर्वक पार किया। SC/ST उद्यमियों से क्रय: 33.69% महिला उद्यमियों से क्रय: 53% हालांकि, SC/ST उद्यमियों से क्रय के लक्ष्य को पूर्णतः प्राप्त नहीं किया जा सका, लेकिन महिला उद्यमियों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

MSME उद्यमियों के लिए सुविधाएं:

  • L1 + 15% मार्जिन: यदि MSME उद्यमी L1 (न्यूनतम बोली) से 15% तक अधिक बोली लगाते हैं, तो उन्हें L1 मूल्य से मेल खाने का अवसर दिया जाता है।


  • GeM पोर्टल: ₹2 लाख तक की खरीद GeM (Government e-Marketplace) पोर्टल के माध्यम से की जा सकती है, जो प्रक्रिया को सरल बनाता है।


  • पूर्व-योग्यता मानदंड: पिछले 3 वर्षों के अनुभव के प्रमाण के रूप में ऑर्डर कॉपी प्रस्तुत करनी होती है। लेकिन आदिवासी उद्यमियों के लिए इसमें राहत हैं।


  • भुगतान प्रक्रिया: ₹2 लाख तक के भुगतानों का निपटान 30 दिनों के भीतर किया जाता है।


  • EMD में छूट: पंजीकृत उद्यमियों को EMD (अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट) से छूट प्रदान की गई है।

आगामी लक्ष्य:

UCIL ने 2024-25 में MSME क्रय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इस दिशा में, UCIL के अधिकारियों ने नए वेंडरों को हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया है।


नए वेंडरों के लिए सुझाव:

पंजीकरण: में पंजीकरण करने से UCIL के साथ कार्य करने में सुविधा होगी।


GeM पंजीकरण: GeM पोर्टल पर शीघ्र पंजीकरण करने से खरीद प्रक्रियाओं में भागीदारी आसान होगी।


नियमित अपडेट: UCIL की वेबसाइट पर सभी निविदाओं की जानकारी उपलब्ध होती है, जिससे वेंडर समय पर आवश्यक कार्रवाई कर सकते हैं।


UCIL के अधिकारी, विशेषकर सुश्री अपर्णा पाण्डे, ने नए वेंडरों को GeM पर शीघ्र पंजीकरण करने और MSME पंजीकरण के माध्यम से UCIL की निविदाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया है।


अंत में, मैं TICCI और UCIL का धन्यवाद करता हूं, कि उन्होंने हमारे आदिवासी समाज को व्यापारिक संभावनाएं देने के लिए यह मंच प्रदान किया।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और प्रतिभागी:

कार्यक्रम में UCIL प्रबंधन के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जिनमें—


  • श्री एस.के. वर्मन (DGM सह HOD, क्रय विभाग)

  • श्री प्रवीण पाल (क्रय नियंत्रक)

  • श्री मनोरंजन महाली (महाप्रबंधक, नारवा माइंस)

एवं वर्क कांट्रैक्ट विभाग के अधिकारीगण इसके अलावा, TICCI के प्रदेश अध्यक्ष बैद्यनाथ मांडी और राष्ट्रीय महासचिव बसंत तिर्की ने भी विशेष रूप से भाग लिया।


TICCI के बारे अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।


मैं सभी प्रतिभागियों से अनुरोध करता हूं कि वे इस अवसर का पूरा लाभ उठाएं और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं।


"आइए, इस पहल का हिस्सा बनें और UCIL के साथ मिलकर व्यवसायिक विकास और सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाएं।"


🙏 जोहार ! 🌿

S S Mahali

IT प्रभारी, झारखंड चैप्टर - TICCI

📞 9097111671


अगले दिन का समाचार प्रकाशन



प्रभात खबर, जमशेदपुर



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