
आज के स्वागत एवं धन्यवाद यात्रा
आज की स्वागत सह धन्यवाद यात्रा हमारे आंदोलन के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुई। रिंग रोड रामपुर से शुरू होकर देउरी दिरी तक की यह यात्रा, हमारे साथी पूर्ण चंद्र मुंडा और राधाकृष्ण मुंडा के सम्मान में आयोजित की गई थी, जो अपनी ज़मीन और अधिकारों की रक्षा के लिए हर कठिनाई का सामना कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान पूरे आदिवासी समाज ने अपनी एकजुटता और संघर्ष का परिचय दिया।

यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर, सूर्य मंदिर, मुंडा कॉलोनी, डोरीया मोड़, और देउरी दिरी, हर जगह पारंपरिक रीति-रिवाजों से उनका स्वागत किया गया। आदिवासी महिलाओं ने अपनी सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन करते हुए हमारे दोनों क्रांतिकारी साथियों का पैर धोकर और आम के पत्तों से शुद्धिकरण करते हुए उनका सम्मान किया।

यात्रा के दौरान गूंजते नारों ने इस संघर्ष को और जीवंत कर दिया:
एक तीर, एक कमान, सब आदिवासी एक समान!
दिउड़ी दिरि हमारी है, हमारी है!
जो जमीन सरकारी है, वह जमीन हमारी है!
जय संविधान, 5वीं अनुसूची लागू करो!
यह यात्रा सिर्फ एक स्वागत नहीं, बल्कि आदिवासी अस्मिता और अधिकारों की रक्षा के लिए हमारा सामूहिक संकल्प हैं। इस यात्रा के माध्यम से हमने दिखा दिया कि हम अपने अधिकारों और ज़मीन की लड़ाई में किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे।
इस आंदोलन को न्याय मिलने तक उलगुलान जारी रहेगा...🪓
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